अगर सांप सिर में काट ले, तो क्या बचना संभव है?

अगर सांप सिर में काट ले, तो क्या बचना संभव है?
Posted by Krishna Mehta
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 अगर सांप सिर में काट ले, तो क्या बचना संभव है? 



जितनी मेरी समझ है उससे मुझे लगता है कि सांप अगर सिर पर काटेगा तो बचने की संभावना ज्यादा होगी। कई तरह की परिस्थितियां हो सकती हैं पर सामान्य परिस्थिति में सिर पर सांप काटने से पैर पर सांप का काटना ज्यादा जानलेवा होगा।  

पहले यह समझने की कोशिश करते हैं कि सांप काटता कैसे है और फिर उसका जहर कैसे असर करता है।   जैसे हम सिरिंज में भर कर किसी को दवा का इंजेक्शन या वैक्सीन देते हैं उसी तकनीक से सांप भी अपना जहर मांस में इंजेक्ट करते हैं। जैसा कि आप देख सकते हैं कि जहर की ग्रंथियां डक्ट के जरिए दो दांतों से जुड़ी हैं जिसे फैंग कहते हैं। दांत सिरिंज के नीडल की तरह जहर को इंट्रामस्कुलर इंजेक्शन लगाने का कार्य करता है। सांप के पास जहर की मात्रा नियंत्रित करने की क्षमता है। शिकार के आकार के अनुसार वह जहर की मात्रा उसके शरीर में छोड़ता है।  

आदमी के मामले में काटने की स्थिति ज्यादातर तभी बनती है जब आप सांप की सुरक्षा के लिए खतरा बन जाते हैं। ज्यादातर मामलों में वह ढेर सारा जहर ही छोड़ता है और उसके लिए उसे दांत गड़ाए हुए उलटना पड़ता है। ऐसा मैने ग्रामीणों से सुना है। सिर में कहीं इतना मांस नहीं कि वह ढेर सारा जहर छोड़ पाए जबकि हाथों और पैर के मांसल भाग मिल गए तो ज्यादा जहर इंजेक्ट किया जा सकता है।  कोबरा, करैत आदि सांपों का जहर इतना असरदार है कि बहुत थोड़ी मात्रा भी किसी के प्राण ले सकती है फिर भी डोज बहुत महत्वपूर्ण है। हॉस्पिटल ले जाने और एंटीस्नेक वेनम लगने से पहले ही ज्यादा जहर की मात्रा किसी के प्राण ले लेगी। जहर की कम मात्रा बचने के ज्यादा मौके देगी।  

अब मुख्य बात पर आते हैं। क्या सिर पर सांप का काटना ज्यादा खतरनाक है? मुझे ऐसा नहीं लगता। सांप के जहर के असर से जहां सांप ने काटा है वहां के भी टिशू बुरी तरह सड़ गल जाते हैं परंतु उससे मौत नहीं होती। जहर खून में अवशोषित होता है और फिर खून के जरिए पूरे शरीर में पहुंच अपना विनाशक असर दिखाता है। कहां काटा वह मायने नहीं रखता। कितना जहर छोड़ा वह महत्वपूर्ण है। सर में कम जहर छोड़ने की संभावना है और मांस की कमी के कारण अवशोषित भी धीरे होगा। 

मरीज को ज्यादा समय मिलेगा।  ऐसा नहीं होगा कि सांप इतनी ताकत से काटेगा कि सिर की हड्डियों को भेदता हुआ जहर किसी के दिमाग में इंजेक्ट कर दे।  कुत्ता काटने के मामले में काटने का साइट महत्वपूर्ण है। दिमाग से जितनी दूर काटा उतना ज्यादा समय मिलेगा और अगर धड़, चेहरे , हाथ के ऊपरी भाग में काटा तो समय कम मिलेगा। रेबीज वायरस का दिमाग तक पहुंचने का रास्ता खून नहीं नर्व्स हैं।

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